मुंबई, नौ फरवरी (भाषा) पुलिस ने महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले के राजापुर शहर में जमीन कारोबारी द्वारा पत्रकार की कथित हत्या को लेकर कम से कम 30 लोगों के बयान दर्ज किए हैं।
पत्रकार शशिकांत वारिशे (48) को सोमवार को एक एसयूवी से कुचल दिया गया था, जिसे कथित रूप से जमीन कारोबारी पंधारीनाथ आंबेडकर चला रहा था। वारिशे की घटना के अगले दिन अस्पताल में मौत हो गई थी। वारिशे को सोमवार को मुंबई से करीब 440 किलोमीटर दूर राजापुर में एक पेट्रोल पंप के पास कुचल दिया गया था।
ऐसा आरोप है कि इलाके में तेल शोधन संयंत्र (रिफाइनरी) लगाने के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध करने वालों को आंबेडकर धमकी दिया करता था। पुलिस ने उसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के दिन सुबह ही वारिशे ने एक स्थानीय मराठी अखबार में आंबेडकर के खिलाफ लेख लिखा था।
स्थानीय पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘‘हमने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों सहित करीब 30 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। पत्रकारों पर हमले से जुड़े कानून के प्रावधानों के तहत इस मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक कर रहे हैं।’’
पुलिस ने आंबेडकर को गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश किया, जिसने उसे सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
मुंबई प्रेस क्लब ने बुधवार को आरोप लगाया कि वारिशे ने ‘बारसु में तेल शोधन संयंत्र (रिफाइनरी) लगाने के खिलाफ स्थानीय लोगों के विरोध’’ पर कई लेख लिखे थे और हाल ही में उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के साथ आंबेडकर की तस्वीरों वाले बैनरों का भी जिक्र किया था।
प्रेस क्लब ने आरोप लगाया कि आंबेडकर ‘‘रिफाइनरी के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध करने वालों को धमकियां देता और परेशान करता है।’’ उन्होंने राज्य सरकार से मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने वारिशे की हत्या को लेकर शुक्रवार को मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के मुख्यालय ‘मंत्रालय’ के पास स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनायी है।
भाषा अर्पणा पवनेश
पवनेश
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